गुना। अयोध्या में भगवान का श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण निर्विध्न संपन्न होने के लिए अंचल में पिछले एक वर्ष से राम नाम जप संकीर्तन का कार्यक्रम लगातार जारी है। चिंतन मंच के संयोजक एवं विराट हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने बताया कि 108 धार्मिक केंद्रों पर 12 करोड़ हरे राम नाम जप अभियान चलाया जा रहा है। प्रत्येक केंद्र पर 12 लाख षोडशअक्षर का महामंत्र जपने की प्रक्रिया जारी है। मोक्षदा गीता जयंती एकादशी से हरे नाम महामंत्र जाप का द्वितीय दौर प्रारंभ होगा। श्री मंथन के मुताबिक भगवान का नाम संकीर्तन सब पापों का नाश करता है। वर्तमान समय में सनातन धर्म में फैलाई जा रही विकृतियों के फल स्वरूप आमजन पाखंड धर्म के चक्कर में पड़कर अपने जीवन का बहुमूल्य समय एवं धन अपव्यय कर रहा है। धार्मिक व्यवसायिकता के बढ़ते प्रभाव के चलते मानव मात्र के लिए दिशा निर्देशन करने वाले श्रेष्ठ गुरुओं का अभाव दिखाई देता है। ऐसे समय में श्रीमद् भगवद गीता भागवत में वर्णित कलियुग में फैल रहे पाखंड धर्म से बचने का साधन बताया है, भगवान श्री हरि के नाम संकीर्तन का निरंतर सतत स्मरण करना। इसी मकसद से चिंतन मंच के तहत नि:शुल्क श्रीमद् भगवद गीता रामचरित मानस आदि का वितरण करने के साथ अब 12 करोड़ हरेराम नाम जप संकीर्तन कार्यक्रम में सैकड़ों परिवार हिस्सेदारी कर रहे हैं।
शहर में वितरित की जा रही हैं जप लेखन पुस्तिकाएं
कार्यक्रम संयोजक कैलाश मंथन के अनुसार सतत नाम संकीर्तन से सात्विक विचारों का उदय होता है। अब तक लाखों नाम जप की सूचना प्राप्ति हो रही है। इसके लिए रात्रि सोते समय अथवा सुबह जागते समय ध्यान चिंतन करते समय अपने इष्ट के नाम मंत्र अथवा हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण-कृष्ण हरे-हरे, सीता राम अथवा गुरुमंंत्र का अखंड जाप कर सकते हैं। लगातार अभ्यास के लिए जप लेखन पुस्तिकाएं भी शहर एवं अंचल में वितरण की जा रही हैं।
घर-घर में होगा रामनाम जप
कार्यक्रम संयोजक कैलाश मंथन के अनुसार सतत नाम संकीर्तन से सात्विक विचारों का उदय होता है। प्रत्येक व्यक्ति ने अपने-अपने इष्ट एवं धर्म के अनुसार प्रभु नाम का स्मरण का आव्हान किया जा रहा है। अब तक लाखों नाम जप की सूचना प्राप्ति हो रही है। इसके लिए रात्रि सोते समय अथवा सुबह जागते समय ध्यान चिंतन करते समय अपने इष्ट के नाम मंत्र अथवा हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण-कृष्ण हरे-हरे, सीता राम अथवा गुरुमंंत्र का अखंड जाप कर सकते हैं।