गुना राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली के द्वारा बाल अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित प्रकरणों के निराकरण हेतु शिविर का आयोजन नवीन कलेक्ट्रेट भवन गुना में किया गया। शिविर का शुभांरभ राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्री यशवंत जैन एवं राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्री आशीष कपूर द्वारा किया गया।
आयोजित शिविर के आरंभ में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री डी.एस. जादौन द्वारा आयोग के द्वारा लगाये जा रहे शिविर की रूपरेखा एवं आयोजन के उद्देश्यों से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि सर्वप्रथम नीति आयोग द्वारा चयनित जिलों में इस प्रकार के शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
शिविर को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री भास्कर लाक्षाकार ने कहा कि बाल अधिकार को व्यापक संदर्भ में देखा जाना चाहिए। आयोग द्वारा लगाये जा रहे शिविर में शिकायतों के निराकरण का पूर्ण प्रयास किया जाये। इस तरह के शिविर के आयोजन से शिकायतों के हल के साथ-साथ बाल अधिकार संरक्षण आयोग के बारे में भी जागरूकता बढ़ती है।
आयोजित शिविर में पुलिस अधीक्षक श्री राहुल कुमार लोढ़ा ने पुलिस विभागों द्वारा किये जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजस्थान का सीमावर्ती जिला होने से नशाखोरी भी एक बढ़ी समस्या है। जिससे बच्चे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होते है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली के सदस्य श्री यशवंत जैन द्वारा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के उद्देश्य, गठन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बच्चों के अधिकारों से संबंधित पोक्सो एक्ट, जेजे एक्ट, बाल विवाह निषेध, बाल श्रम आदि कानूनों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा बच्चों के लिये बनाये गये कानूनों के पालन की निगरानी का कार्य करता है।
शिविर के दौरान आयोग द्वारा शिकायतों की सुनवाई भी की गई। सुनवाई के दौरान ही संबंधित अधिकारियों को समय सीमा में शिकायत के निराकरण हेतु निर्देश दिये गये। आयोजित शिविर में स्कूल से आये छात्रों को गुड टच एवं बेड टच की जानकारी देने के साथ ही चाइल्ड हेल्प लाइन नम्बर 1098 के बारे में बताया गया। शिविर में आयोग के सदस्यों द्वारा बाल विवाह न करने एवं बाल विवाह में शामिल न होने की शपथ भी दिलाई गई। आयोजित शिविर में एक बालक को ट्रायसायकिल उपलब्ध कराई गई साथ ही शिविर स्थल पर मेडीकल बोर्ड लगाकर बच्चों के दिव्यांगता प्रमाण-पत्र बनवाने की व्यवस्था भी की गई।
इस अवसर पर शिविर में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्री यशवंत जैन एवं राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्री आशीष कपूर, सहित सभी संबंधित विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे।