गुना। जिला मुख्यालय गुना श्रीमद् भगवद गीता के महाप्रचार अभियान का अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख केंद्र बन गया है। अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद के प्रांतीय प्रचार प्रमुख एवं विराट हिन्दू उत्सव समिति, चिंतन मंच के संयोजक कैलाश मंथन के मुताबिक भारतीय धर्म दर्शन संस्कृति के प्रमुख ग्रंथ श्रीमद् भगवत गीता की अमर वाणी का प्रचार एवं सनातन धर्म संस्कृति के आधार उपनिषद संहिता की घर-घर में स्थापना के मकसद से महाप्रचार अभियान पिछले तीन दशक से चलाया जा रहा है।
श्री मंथन के मुताबिक अब तक गीताजी की 25 हजार प्रतियों का नि:शुल्क वितरण चिंतन मंच के तहत किया जा चुका है। प्रत्येक ग्यारस एवं रविवार को गीता स्वाध्याय मंडलों, मंदिरों, धार्मिक केंद्रों के माध्यम से श्रीमद् भगवत गीता की प्रतियां उन परिवारों तक पहुंचाई जा रही हैं जिनके पास गीता नहीं है। गीता का अध्ययन, पठन मृत्यु का भय दूर करता है। आत्मा की अमर सत्ता से साक्षात्कार करता है। जीवन जीने की कला सिखाता है गीता का ज्ञान। उक्त बात हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने कहा कि हजारों वर्ष पुरातन भारतीय संस्कृति भगवान कृष्ण की अमरवाणी गीता के बाज पर ही जीवित है। विदेशी संस्कृति के आघात के बावजूद पूरे विश्व ने गीता के उपदेशों को स्वीकार है।
चिंतन मंच के तहत श्रीमद् भगवद् गीता वितरण के 25 वें दौर का शुभारंभ विराट हिन्दू उत्सव समिति प्रमुख कैलाश मंथन ने किया। अंचल के धाॢमक केंद्रों, हनुमान चौराहा मंदिर, चिंतन हाउस में हुए कार्यक्रमों के दौरान गीता प्रचारक हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने वरिष्ठ नागरिकों, समाजसेवियों, कार्यकर्ताओं एवं श्रद्धालुओं को नि:शुल्क गीता वितरित की। अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद मप्र के प्रांतीय प्रचार प्रमुख कैलाश मंथन ने कहा कि प्रत्येक दौर में औसतन 1 हजार गीता की प्रतियां वितरित की गई है। वर्ष 1990 के दशक से चल रहे नि:शुल्क गीता वितरण अभियान ने अब विराट स्वरूप ले लिया है।
घर-घर में गीता की स्थापना का लक्ष्य है नि:शुल्क गीता वितरण-कैलाश मंथन मृत्यु का भय दूर करती है गीता- कैलाश मंथन गीता प्रचार का अंतर्राष्ट्रीय केंद्र बना गुना