गुना | जिले में फसल कटाई का कार्य लगभग समाप्त हो गया है। ऐसे में जरूरतमंद ग्रामीण श्रमिकों विशेषकर आदिवासी श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिले, के उद्देश्य से कलेक्टर श्री एस० विश्वनाथन के निर्देशानुसार जिले के ग्रामीण अंचलों में मनरेगा के तहत एक ओर जहां नवीन निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं। वहीं दूसरी ओर पूर्व प्रगतिरत जल संरचनाओं के निर्माण और पुरानी जल संरचनाओं की मरम्मत के रूके हुए निर्माण फिर प्रारंभ कर दिए गए हैं। कोविड-19 के मद्देनजर उक्त कार्यो में लगे श्रमिकों जिले कि महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित न सिर्फ नि:शुल्क मास्क वितरित किए गए हैं बल्कि आपस में सामाजिक दूरी बनाए रखकर कार्य करना भी समझाया गया है।
इस आशय की जानकारी में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एन.एस. नरवरिया ने बताया कि कलेक्टर श्री विश्वनाथन के निर्देशानुसार जिले की आदिवासी बाहुल्य पंचायतों में ग्रामीण आदिवासी श्रमिकों से चर्चा कर उनकी मांग के अनुसार कार्य प्रारंभ किए गए हैं। ताकि कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराने में श्रमिकों की समस्या नहीं आए और जरूरतमंद आदिवासी श्रमिकों को उनके नजदीक रोजगार सुलभ हो और रोजगार के उद्देश्य से पलायन करने की सोचे भी नहीं। उन्होंने बताया कि दूरस्थ अंचल में जिले की राजस्थान सीमा से लगे आदिवासी बाहुल्य डोंगरी में नदी पुनर्जीवन कार्य अंतर्गत जल संरचनाओं के पुनरुद्धार हेतु 34 लाख रूपये के निर्माण कार्य, अजगरा में 3 लाख रूपये की लागत से नवीन तालाब निर्माण कार्य, सोनखरा में 8 लाख रूपये की लागत से नदी पुनर्जीवन कार्य, पाटन में 14 लाख रुपए की लागत से नवीन तालाब निर्माण कार्य सहित मोहम्मदपुर (चांचौड़ा), परवरिया (चांचौड़ा) तथा कलछरी में जल संरचनाओं के निर्माण एवं पुनरुद्धार कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं।