सफलता कि
कहानी
गुना । सरकार ने महिला शिक्षा को समझा और उन्हें आगे बढ़ाने का मौका दिया। पहले गरीब महिलाओं के समूहों को मध्यान्ह भोजन फिर सार्वजनिक वितरण प्रणाली की जिम्मेदारी दी और अब उपार्जन केंद्र में खरीदी की जिम्मेदारी भी। प्रदेश के मुख्यमंत्री को तहेदिल से धन्यवाद। यह कहना है जिले में पहली बार रबी विपणन वर्ष में घनोरिया में स्थापित महिला उपार्जन केंद्र में समर्थन मूल्य में उपार्जन का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न कर रही रामजानकी महिला स्व-सहायता समूह की श्रीमती ललिता धाकड़ का।
एम.ए., बी.एड. तक शिक्षा प्राप्त ललिता के परिवार की महिलाएं घूंघट में ही रहती हैं। ललिता को घूंघट से निकलकर घर की देहरी से बाहर निकल कर कार्य करने की प्रेरणा उसके ससुर श्री विजय सिंह धाकड़ और पति श्री श्याम सिंह से मिली। उसके परिवार में 6 सदस्य हैं। ललिता ने बताया कि उपार्जन केंद्र में उसे 8 से 10 घंटे की ड्यूटी देनी पड़ती है। उपार्जन केंद्र की व्यवस्थाएं दुरुस्त रहें और उपार्जन केंद्र निर्बाध चले, में उसकी समूह की महिलाएं और उसके परिजन उसकी पूरी सहायता करते हैं।
श्रीमति ललिता ने बताया कि घनोरिया खरीदी केंद्र में आने वाले कृषकों, तुलाई और सिलाई में लगे श्रमिकों-हम्मालों से सोशल डिस्टेंसिंग रखकर उपार्जन कराया जा रहा है। केंद्र में ठंडा पेयजल, सेनेटाइजर और मास्क कि और छाया कि समुचित व्यवस्था की गई है। अब तक 100 से अधिक मास्क केंद्र में प्रदान किए गए हैं ताकि सभी हम्माल, श्रमिक और किसान कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रहें।
उन्होंने बताया कि खरीदी केंद्र में अब तक 5000 क्विंटल से अधिक गेहूं की खरीदी कर ली गई है। केंद्र में पांच तौल कांटे तथा 6 सिलाई मशीनों की व्यवस्था की गई है। उपार्जन केंद्र में आने के लिए प्रतिदिन 20-25 कृषकों को पंजीकृत किसानों को एस.एम.एस. किए जाते हैं। ऐसे किसान, हम्माल तथा परिवहन में लगे ट्रक के ड्राइवरों एवं क्लीनरों के जिन्हें कभी रात रुकना पड़ता है, उनके लिए भोजन की व्यवस्था वे स्वयं अपने घर से कर रहीं हैं।
श्रीमती ललिता धाकड़ का रामजानकी महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं क्षेत्र में प्रेरणा का स्त्रोत बनी है। महिलाएं पुरुषों से कम नहीं हैं। मन में ठानने और आगे बढ़ने संदेश भी दे रहा है महिलाओं का यह समूह।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा जिले में पहली बार घनौरिया में उपार्जन केन्द्र की रामजानकी महिला स्व-सहायता समूह को प्रदान कर नवाचार किया गया। घनौरिया में उक्त महिला स्व-सहायता समूह द्वारा सफलतापूर्वक उपार्जन कार्य करने के मद्देनजर बमोरी के मुहालकालोनी स्थित उपार्जन केन्द्र में खरीदी कार्य जिम्मेदारी राजमाता स्व-सहायता समूह को दी गई है। उक्त समूह द्वारा कोरोना वायरस (कोविड-19) के मद्देनजर सुरक्षा की समस्त व्यवस्थाएं करते हुए अब तक 4500 क्विंटल गेहूं का उपार्जन कर परिवहन भी करा दिया गया है।